my freedom sanatory pad ke sath sath income bhi

 

 
income with health    

 
      वुमन एम्पोवर के बारेमे सालो से  बाते हो रही हैं। लेकिन आज का सच
क्या हैं??? 500 साल के परिश्रम के बाद आज हिंदुस्तान की आज़ादी
को 73 साल हो गए। और गणतंत्र के 70 साल।       70 साल पहले संविधान में 
लीखा  गया कि सबको एक समान अधिकार है, सबको अपनी बात आगे रखने का हक है।
सबको स्वलंबित तरीके से जीने का हक है। ये लिखा तो गाय है 
पर क्या ये सच है? क्या ये सच है कि आज भी हिंदुस्तानी
परिवारों में महिलाओं को कम नहीकरने दिया जाता?






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                 क्या ये सच हैं, अगर महिलाओ को  काम करने मिले तो भी  पुरुषो जितनी धनराशी नही मिलती।
क्या ये सच हैं आज कितनी सारी  महिला ये है,जीने कभी पढ़ाया नहीं गया।
इस समाज केलिए तैयार नहीं  किया गया, और उनसे ये  कहा गया कि तुमतो घर संभालने
वाली हो। पढ़के क्या करोगी। हा अगर ये सच हैं तो ५०० साल लड़ाई के बाद 
मिली आजादी क्या सिर्फ एक तरफा थी?जो आज भी औरतों को स्वलंबन के
लिए लड़ना पड़ता है। ७० साल पहले हिंदुस्तान तो  आजाद हो गया, लेकिन हिंदुस्तानी महिलाए अभी भी बंदी है।
५०० साल बाद आज फिर बात 
हो रही हैं। विमेन एंपोवरमांट की चाहे वो मोर्चा हो किचन का
या समाज से लड़ने का
अपने परिवार की सेहत का या फिर आर्थिक परिस्थिति यो को सुधारने का,आज की नारी हर कदम से कदम 
मिलाकर हर मोर्चे पर खड़ी है।और कटिबद्ध हैं अपने परिवार की हर जरूरत पूरा करने केलिये।
लेकिन चुनौती अगर आर्थिकपरिस्थिति यो की हो तो 
ज्यादातर लोगो  के पास सिर्फ 
दोही रास्ते हैं, नौकरी,अगर नोकरी करेंगे तो वैश्विक
मंदी पूरे विश्व के साथ साथभारत को भी असर करेंगी।
इसकी वजह से ज्यादातर प्राइवेट कंपनी में 
नोकरी करने वालो कि हालतखराब है।
जिनके पास नोकरी हैं वो निरंतर अपनी नोकरी और 
अपने परफॉर्मेंस को लेकर परेशान है।
दिन प्रति दिन लोग नोकरियागवा रहै है।
नोकरियां कम और लोग ज्यादा 
होने की वजह से बेकारी और competisan बढ़ती जा रही हैं। बात अगर बिसनेस की हो तो सबसे बड़ा चैलेंज Investmant ढूंढना ,लाना और
इसके रिटर्न कमाना है। बैंक, प्राइवेट फाइनेंस,
और नजदीकी लोगो से बिजनेस केलिए ली हुई राशि का भुकत।न करना सबसे बड़ा चैलेंज है
डिप्रेशन से लेकर सुसाइड के किस्से बढ़ते जा रहे हैं,
इसका सीधा सीधा मतलब है
की नोकरी हो या बिसनेस स्ट्रेस, टेंशन, डिप्रेसन और
अन सिक्योरिटी।नर हो या नारी
इस दौर से गुजर रहे है, और सबके
मन में एक ही सवाल है।आगे क्या होगा।
इस दौर से गुजर रहे है, और सबके
मन में एक ही सवाल है।आगे क्या होगा।
इन सबका रास्ता है 
My फ्रीडम,एक प्लेट फार्म,एक मिशन,एक ऑपर्चुनेटी
My freedom कंपनी का मिशन है।
My freedom company ke 
Cmd है dr Priti Gupta।
द्वारा सुरू किया गया अभियानआज अपने पहले साल गिराह पर बहुत हो अच्छी उपलब्धि
के साथ अगले साल के सुनहरे सफर के साथ आगे बढ़ चला है।


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